Fatty liver in Hindi घर बैठे करें फैटी लिवर का इलाज
Fatty liver in Hindi कहीं आप भी तो नहीं हैं इससे परेशान – लिवर हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। हमारे किसी भी खानपान का सीधा असर लिवर पर ही पड़ता है। हम जो कुछ भी कहते हैं उसे लिवर ही पचता है। कुछ चीज़ें सुपाच्य होती हैं और कुछ को पचने में लिवर को काफी मुश्किल होती है।
यदि लोग ज्यादा खाते हैं। फ़ास्ट फ़ूड खाते हैं और उनका चलना फिरना कम होता है। इससे बॉडी में फैट इकठ्ठा होने लगता है। फैट बर्न करने के लिए एक्सरसाइज़ करना या चलना फिरना ही काफी है।
पर आज की भाग-दौड़ वाली लाइफस्टाइल और गलत रुटीन के कारण अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते। उन्हें अगर कुछ बीमारियां होती हैं तो ऐसे में अंग्रेजी दवाइयां लेना। इसका सीधा असर लिवर पर पड़ता है।
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फैटी लिवर क्या होता है? What is Fatty liver in Hindi?

आम तौर पर फैट हमारे शरीर में जमा होता है। यदि फैट की मात्रा लिवर में अधिक हो जाये तो इस दशा को फैटी लिवर कहा जाता है। लिवर में ज्यादा फैट हो जाने का सीधा मतलब हैगंभीर बिमारियों का जन्म होना।
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फैटी लीवर के लक्षण Symptoms of Fatty liver hindi
किसी भी बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका क्या है। पहले से ही प्रिकॉशन लेना। पर यदि हमारे शरीर में कोई बीमारी जन्म लेने लगे तो हमें उसके लक्षण भी दिखने लग जाते हैं। बिमारियों के शुरुआती लक्षण को अनदेखा करना भीमारी को और भी ज्यादा बढ़ा सकती है।
फैटी लिवर के कुछ शुरुआती लक्षण है। यदि आपको ये लक्षण नजर आने लगे तो तुरंत अपने लिवर की जांच कराइये।
- भूख न लगना
- उल्टियां होना
- पेट में दर्द अक्सर होना
- कमजोरी लग्न या चक्कर आना
- आँखों और त्वचा में पीलापन दिखाई देना
- एसिडिटी का होना
- पेट में सूजन होना
- वजन में गिरावट
फैटी लिवर कैसे होता है? how liver become fatty
लिवर में फैट/ चर्बी की मात्रा का बढ़ जाना ही फैटी लिवर fatty liver को जन्म देता है। इसके प्रमुख कारण है। अंग्रेजी दवाइयों का ज्यादा सेवन, शराब पीना, अत्यधिक तेल घी का सेवन, या अनियंत्रित लाइफस्टाइल होना।
आम तौर पर मोटे लोगों में या डाइबिटिक लोगों में फैटी लिवर होने की सम्भावना ज्यादा होती है। मुख्यतः फैटी लिवर को दो भागों में बाटा जा सकता है।
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फैटी लिवर के प्रकार Types of Fatty liver in Hindi
- नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज (Non-Alcoholic Fatty liver disease or NAFLD)
- एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज (Alcoholic Fatty Liver disease)
नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज (Non-Alcoholic Fatty liver disease or NAFLD)
ज्यादा वसा या चिकनाई वाले भोजन का सेवन करने से। अधिक मात्रा में फ़ास्ट फ़ूड खाने से। या गलत लाइफस्टाइल और मोटापा बढ़ने से ये समस्या हो जाती है। शराब न पीने वाले लोगों में भी पूरी सम्भावना रहती है फैटी लिवर होने की यदि उनका खान पान या दिनचर्या गलत है तो।
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एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज (Alcoholic Fatty Liver disease)
अत्यधिक शराब का सेवन करना फैटी लिवर का कारण होता है। ज्यादा शराब पीने से लिवर में फैट जमा होने लगता है। और लिवर में सूजन आ जाती है।

फैटी लीवर होने के कारण (Causes of Fatty liver in Hindi)
- ज्यादा शराब पीना
- मोटापा
- फ़ास्ट फ़ूड का अत्यधिक सेवन
- ज्यादा तेल मसाले वाले भोजन का सेवन करना
- डायबिटीज होना
- स्टेराइड या अंग्रेजी दवाओं का ज्यादा सेवन
- क्लोरीन युक्त पीने का पानी
- हेपेटाइटिस सी
- अनुवांशिकता
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फैटी लिवर की जांच कैसे करें How to diagnosis of fatty liver
यदि आपको फैटी लिवर (fatty liver in hindi) होने के लक्षण लगने लगे तो तुरंत जाँच कराएं। वैसे फुल बॉडी चेकअप या लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) करा के इसका पता चल सकता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में फब्रोस्कैन करने की भी आवश्यकता होती है।
जब लिवर का टेस्ट होता है तो ये भी जांच की जाती है। की फैटी लिवर होने का कारण क्या है। क्या ये मोटापे या कोलेस्ट्रॉल से हुआ है। या इसका कारण शराब का सेवन है।
लिवर का फैट कैसे कम करें? How to reduce liver fat in Hindi ?
फैटी लिवर काम करने के मुख्यतः तीन तरीके हैं। ये आप पर निर्भर करता है की आप अपनी सहूलियत के अनुसार कौन सा तरीका अपनाना पसंद करते हैं।
- अपनी जीवन शैली में बदलाव करें
- आयुर्वेद का सहारा लें। विरेचन विधि द्वारा
- घरेलु नुस्खों द्वारा
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जीवन शैली में बदलाव करके करें फैटी लिवर इलाज cure liver fat by change in lifestyle in Hindi

- नियमित व्यायाम करें।
- ताजे फल एवं हरी सब्जियों का सेवन करें।
- फाइबर युक्त भोजन ज्यादा करें।
- शराब का सेवन बंद कर दें।
- ताली भुनी चीज़ों का सेवन कदापि न करें।
- मिठाइयां, मयोनीज़, केक, पिज़्ज़ा, चीनी इत्यादि से दूरी बना लें।
- लहसुन का प्रयोग ज्यादा करें।
- ग्रीन टि का सेवन करें।
फैटी लिवर का आयुर्वेदिक इलाज Virechana For Fatty Liver in hindi
आयुर्वेद के अनुसार शरीर में होने वाली बीमारी के लिए 3 प्रमुख कारण है। वात, पित्त और कफ। पित्त की विकृति ही फैटी लिवर होने का कारण होता है। ऐसे में एक आयुर्वेदिक विधि द्वारा फैटी लिवर का इलाज संभव है। और वो है विरेचन।
विरेचन शरीर से विषाक्त पदार्थों को बहार निकालने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के लिए अच्छे आयुर्वेदिक सेंटर में संपर्क करना चाहिए। यदि 2-3 बार विरेचन कराया जाये तो लिवर में जमा फैट बहार निकल जायेगा। और फैटी लिवर फिर से सामान्य हो जायेगा।
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आयुर्वेदिक सेंटर List of best ayurvedic centre in india
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- Santulan Ayurveda
- SKK Ayurveda & Panchakarma
- LIFE TREE AYURVEDA
- Sri Vaidya Kerala Ayurveda
- Vedic Sutra Wellness Center
- Panchtattva The Ayurvedic Restoration Centre
फैटी लीवर का इलाज घरेलू नुस्खे से Home remedies For Fatty liver Treatment in Hindi
यहाँ हम आप को कुछ घरेलु नुस्खे बताने जा रहे हैं। इन नुस्खों का प्रयोग करके आप घर बैठे ही फैटी लिवर का इलाज कर सकते हैं। आइये जानते हैं आपकी किचन में रक्खी कुछ ऐसी चीज़ों के बारे में जो फैटी लिवर का इलाज करने के लिए बड़ी ही उपयोगी हैं।
आंवला – आंवला धूप में सूखा कर पीस लें। आंवले का पाउडर दिन में 3 बार पानी के साथ लें। फैटी लिवर में आराम मिलेगा। आंवले के सेवन से शरीर में मौजूद विषाक्त तत्व निकल जाते हैं।
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छाछ – छाछ का सेवन फैटी लिवर में काफी लाभदायक होता है। रोज़ छाछ में हींग,नमक, जीरा मिलकर पिए।
ग्रीन टी – फैटी लिवर (fatty liver in hindi) का इलाज करने में ग्रीन टी काफी प्रभावशाली है। ग्रीन टी में एंटी ऑक्सीडेंट होता है। ये लिवर के फैट को कम करता है।

करेले का जूस – करेले के जूस में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो लिवर को फैटी बनाने से रोकते हैं। यदि आप रोज़ाना करेले के जूस का सेवन करते हैं। तो आप का फैटी लिवर ठीक हो सकता है।
एप्पल साइडर विनेगर – लिवर के स्वस्थ के लिए ये बड़ा लाभदायक है। लिवर में जमे फैट या मोटापे से छुटकारा दिलाने में इसका उपयोग प्रभावी होता है।
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