अमीर कैसे बनें ? निवेश कर अमीर बनने के विकल्प financial planning in Hindi
अमीर कैसे बनें ? निवेश कर अमीर बनने के विकल्प financial planning in Hindi– कारूं का खजाना हो पाना, तो बचत के इन रास्तों को आजमाना- पैसा हाथ में आते ही हम उसे खर्च करने के बारे में सोचने लगते हैं। उसे बचाने का तो ख्याल ही नहीं आता।
फिर लक्ष्मी चंचला है यह कह कर हम अपने खर्च करने की आदत को जायज भी ठहराते हैं। आपको नहीं लगता कि ऐसे में हम अपने भविष्य को पैसों के मामले में असुरक्षित बना लेते हैं। सच तो यही है कि अच्छा कमा रहे हैं, तो अच्छा बचाइए, ताकि कभी भी आपको पैसों की किल्लत महसूस ना हो।
आज के इस लेख में oddstree बता रही है मार्केट में मौजूद बचत के तमाम विकल्पों के बारे में, जिनमें आप पैसा इनवेस्ट कर आर्थिक रूप से दमदार बन सकते हैं।
Table of Contents
प्रोविडेंट फंड व पीपीएफ अकाउंट के फायदे Provident fund/PPF for financial planning in Hindi

Pros : भविष्य निधि खाता सदा से निवेश का बेहतरीन व सुरक्षित माध्यम रहा है। नौकरीशुदा लोगों का पीएफ अनिवार्य रूप से कटता है, आप चाहें, तो बैंक या पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसमें भी 1 लाख रुपए तक जमा राशि और परिपक्वता राशि इनकम टैक्स से मुक्त होती है।
रिटर्न 7.1 प्रतिशत है। टैक्स में छूट मिलने के साथ आप छठवें साल के बाद चौथे साल तक जमा राशि की 50 प्रतिशत रकम निकाल भी सकते हैं।
Cons : पीएफ के प्रीमियम के लिए मूल वेतन का एक नियत प्रतिशत काटा जाता है, लेकिन पीपीएफ में सालाना निवेश करने की सीमा 1 लाख रुपए ही है।
सोचना जरूरी है : यदि आय अच्छी हो और आप ज्यादा बचत कर सकते हों, तो स्वैच्छिक रूप से कुछ सीमा तक पीएफ में अपना कॉन्ट्रिब्यूशन बढ़ा सकते हैं।
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भारतीय जीवन बीमा निगम के लाभ investment in life insurance in Hindi
Pros : सरकारी हो या गैर सरकारी, सभी जीवन बीमा पॉलिसीज में परिपक्वता पर मिलनेवाली रकम इनकम टैक्स से मुक्त होती है। आप इसमें जमा की जानेवाली राशि पर टैक्स छूट का लाभ पाते हैं और जीवन की सुरक्षा साथ में सुनिश्चित होती है।
Cons: इनमें अन्य विकल्पों की बनिस्बत कम रिटर्न लगभग 5-6 प्रतिशत मिलता है। हां, लंबी अवधि के लिए ये पॉलिसीज लें, तो बेहतर लाभ मिलता है।
सोचना जरूरी है : इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपकी पॉलिसी में सालाना प्रीमियम का 10 गुना कवरेज नहीं है, तो आपको टैक्स में कोई छूट नहीं मिलेगी।
आरडी खाता क्या है recurring account in hindi

Pros : इस RD account में पैसे इन्वेस्ट करना काफी आसान होता है। हर महीने एक किश्त के माद्यम से इसमें पैसा डालना होता है। या हर महीने एक निर्धारित डेट पर पैसा स्वतः ही आपके अकाउंट से कट कर इसमें जमा होता रहेगा। अवधि पूर्ण होने के बाद पैसा ब्याज सहित आपके सेविंग अकाउंट में मिल जायेगा।
जब ब्याज दर ऊंची हो, तभी इस जमा योजना में आप निवेश करके बेहतर लाभ पा सकते हैं। इसमें रिटर्न सुनिश्चित होता है और पोस्ट ऑफिस या बढ़िया बैंक में निवेश करने पर आपका पैसा एकदम सुरक्षित रहता है। इसमें रिटर्न की दर 5 प्रतिशत है।
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Cons : इससे प्राप्त आय पूरी तरह से टैक्स के दायरे में आती है। इसे 10 साल से अधिक के लिए लॉक नहीं किया जा सकता।
सोचना जरूरी है : यह ध्यान रखनेवाली बात है कि आपको रकम तो परिपक्वता पर मिलेगी, लेकिन हर साल मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता रहेगा।
फिक्स डिपॉजिट या FD के फायदे नुकसान benefits & demerits of FD in Hindi
Pros : किसी अच्छे बैंक में फिक्स डिपॉजिट करके आप सुरक्षित निवेश कर सकते हैं। इसमें सुनिश्चित ब्याज दर जमा अवधि के अनुसार मिलती है। टैक्स सेविंग एफडी भी करा सकते हैं, जो 50,000 रुपए तक की हो सकती है। फिलहाल इसमें 5 प्रतिशत की दर से रिटर्न मिल रहा है।
Cons : इसमें बहुत अधिक समय तक के लिए निवेश करने का ऑप्शन नहीं है। अधिकांश बैंक 8 से 10 सालों की सुविधा देते हैं। इससे होनेवाली इनकम पूरी तरह से टैक्स के दायरे में आती है।
सोचना जरूरी है : जरा सोचें कि क्या आप हर महीने एक नया फिक्स डिपॉजिट अकाउंट खोल सकते हैं ! वहीं एक बार अकाउंट खोलने पर इसमें दोबारा रकम नहीं बढ़ायी जा सकती।
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यूनिट लिंक्ड प्लान यूलिप प्लान क्या है और इसके फायदे financial planning with ULIP plan in Hindi

Pros : इस तरह की योजनाओं में निवेश करने पर टैक्स कटता है, लेकिन परिपक्वता पर मिलनेवाली राशि करमुक्त होती है। इसमें जीवन बीमा का अतिरिक्त लाभ मिलता है। इसमें रिटर्न करीब 10 प्रतिशत तक मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
Cons : इससे मिलनेवाला मुनाफा मार्केट आधारित होता है और अनुमान से कम भी हो सकता है। इसमें म्यूचुअल फंड के मुकाबले अधिक चार्ज कटता है।
सोचना जरूरी है : अगर इस पॉलिसी में सालाना प्रीमियम से 10 गुना अधिक का कवरेज नहीं मिलता, तो आपको टैक्स छूट का लाभ नहीं मिलेगा।
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इक्विटी फंड क्या है financial planning with mutual fund in Hindi
Pros: छोटे इनवेस्टर्स के लिए यह फायदे का सौदा है। विभिन्न फंडों में पैसा लगाए जाने से मार्केट रिस्क कम हो जाता है। मौजूदा कानून के तहत इसकी परिपक्वता राशि करमुक्त होती है। इसमें 12 प्रतिशत तक के रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं।
Cons: मार्केट की ऊंचनीच का असर इन योजनाओं पर भी पड़ता है और रिटर्न कम भी मिल सकता है। किसी इक्विटी फंड के पिछले रिटर्न को देख कर आपके मन में लड्डू फूट रहे हों, तो संभल जाएं।
सोचना जरूरी है : किसी इक्विटी फंड के लिए यह संभव नहीं कि वह मार्केट में लगातार बेहतर परफॉर्म करे।
शेयर मार्केट share market benefits & demerits in Hindi

Pros: कम निवेश करके बढ़िया मुनाफा हासिल करने का इससे जोखिमभरा, पर बेहतर माध्यम दूसरा नहीं। भला 15-20 प्रतिशत तक का रिटर्न किसी और योजना में मिल सकता है क्या! डिविडेंट मिलता है वह अलग है। वर्तमान नियमों के मुताबिक 1 साल के बाद इस पर टैक्स नहीं करता।
Cons : छोटे निवेशकों के लिए शेयर मार्केट में सीधे निवेश करना आसान नहीं। कई बार मार्केट के बड़े खिलाड़ी भी औंधे मुंह गिर पड़ते हैं। इसमें जोखिम तो है ही।
सोचना जरूरी है : आप कम शेयर्स में निवेश करेंगे, तो डीमैट चार्ज ज्यादा लगेगा, इसका ख्याल रखें।
आखिरकार क्या है निवेश कर अमीर बनने के विकल्प best financial planning in Hindi
आप किसी भी योजना में निवेश करें, महंगाई दर का जरूर ख्याल रखें। आप इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि 10-15 सालों के बाद मिलनेवाली परिपक्वता राशि से उतना सब कुछ नहीं खरीद सकते, जितना उतने पैसे में आज खरीद सकते हैं।
बेहतर होगा कि किसी एक योजना में निवेश करने के बजाय अलग-अलग योजनाओं में निवेश करें। एक बार निवेश करने के बाद चुपचाप आंखें मूंद कर विश्वास ना करें, बाजार पर नजर रखें और अपनी गाढ़ी कमाई को कम रिटर्न देनेवाली योजना से निकाल कर मुनाफेवाली योजना में लगाने से ना झिझकें।
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